1)
प्रकति किसे कहते है ?
उत्तर
:- सत्व गुण , रजो गुण तथा तमो गुण , इन तीन
तत्वों के सामूहिक नाम एक संघात को प्रकृति कहते है ।
2)
प्रकृति की क्या आवश्यकता है ?
उत्तर
:- जगत् की रचना करने के लिए कारण रूप में इसकी आवश्यकता
होती है । जैसै घड़ा बनाने के लिऐ मिट्टी
की आवश्यकता होती है ।
3)
क्या प्रकृति की उत्पत्ति
और विनाश कभी होता है ?
उत्तर
:- प्रकृति की उत्पत्ति
और विनाश कभीं नहीं होता
है ।
4) सत्वगुण , रजो गुण तथा तमोगुण के स्वरुप को
बताऐ ?
उत्तर
:- सत्वगुण, आकर्षक तथा प्रकाश,
रजोगुण चंचलता तथा दुःख
को उत्पन्न करता है तथा तमो गुण मूढ़ता(मोह) तथा स्थिरता को उत्पन्न करता है ।
5)
क्या प्रकृति में जीवात्माओं को उत्पन्न करने का सामर्थ्य है ?
उत्तर
:- प्रकृति मे जीवात्माओं को उत्पन्न करने का सामर्थ्य नहीं है
।
6)
क्या प्रकृति से जीवों के समस्त दुःख
दूर हो सकते है ?
उत्तर
:- प्रकृति से जीवों
के समस्त दुःख दूर नहीं हो सकते है ।
7)
संसार मे दुःख कितने प्रकार का है ?
उत्तर
:- संसार
मे दुःख तीन प्रकार के है ।
1) आध्यात्मिक
2) आधिभौतिक
3) आधिदैविक
8) आध्यात्मिक
दुःख किसे कहते है ?
उत्तर
:- स्वयं की त्रुटी ( मूर्खता ) से प्राप्त होने वाले दुःख को आध्यात्मिक
दुःख कहते है ।
9) आधिदैविक
दुःख किसे कहते है ?
उत्तर
:- बाढ़, भूकंप , अकाल आदि प्राकृतिक विपदाओं
से प्राप्त होने वाले दुःख को आधिदैविक
दुःख कहते है ।
10) आधिभौतिक
दुःख किसे कहते है ?
उत्तर
:- अन्य
पशु-पक्षी मनुष्य आदि जीवों से प्राप्त होने वाले दुःख को आधिभौतिक
दुःख कहा जाता है ।
11)
क्या प्रकृति से अपने आप संसार बन सकता है ?
उत्तर
:- नहीं,
ईश्वर की शक्ति व सहायता
बिना प्रकृति से अपने आप संसार नहीं बन सकता ।
12) क्या प्रकृति
कभी चेतन हो सकती है ?
उत्तर
:- नहीं
।
13) क्या प्रकृति
की ब्रह्म से स्वतंत्र
सत्ता है या ब्रह्म ही जगत् रूप में परिवर्तित हो जाता है ?
उत्तर
:- प्रकृति की सत्ता ब्रह्म
से पृथक और स्वतंत्र है । ब्रह्म जगत् रूप में कभी परिवर्तित नहीं होता है ।
14)
सत्व, रज, तम वास्तव में गुण हैं या द्रव्य हैं
?
उत्तर
:- सत्व, रज, तम वास्तव में द्रव्य
है किंतु सत्वगुण, रजोगुण, तमोगुण नाम से जाने जाते है ।
15)
क्या प्रकृती के समस्त परमाणु एक ही स्वरूप वाले है ?
उत्तर
:- नहीं,
प्रकृति के परमाणु
अलग अलग स्वरूप अलग अलग गुण, कर्म, स्वभाव, रंग, रूप, आकार, भार वाले है
।
16)
क्या ईश्वर की सहायता के बिना पाँच महाभूत से रज वीर्य मिलने से स्वतः शरीर का निर्माण हो सकता है ?
उत्तर
:- नहीं, बिना ईश्वर की सहायता से पाँच महाभूतों से रज-वीर्य के मिलने से स्वतः शरीर का
निर्माण नहीं हो सकता है ।
17)
प्रकृति सर्वत्र व्यापक है वा नहीं ?
उत्तर
:- प्रकृति सर्वत्र व्यापक नहीं है बल्कि
एकदेशी है अर्थात एक निश्चित सीमा मै फैली हुई है किन्तु ईश्वर उसके
बाहर भी विद्यमान है ।
18)
प्रलय अवस्था कैसी होती है ?
उत्तर
:- प्रलय अवस्था में घोर
अंधकार होता है । इस काल में न सुर्य होता है, न चाँद, न पृथ्वी, कोई शरीरधारी होता है । अपितु सर्वथा सुनसान, प्रकाश रहित अंधकार
जैसी अवस्था होती है ।
19)
प्रलय काल कितना होता है ?
उत्तर
:- 4 अरब 32 करोड़ वर्ष का होता है ।
20)
प्रलय काल की गणना ( हिसाब ) कौन करता है
?
उत्तर
:- ईश्वर करता है ।
21)
प्रकृति के साथ जीव क्यों जुड़ता है और कब जुडता है ?
उत्तर
:- प्रकृति के साथ जीव अपनी अविद्या के कारण जुडता है तथा सृष्टि आरंभ में
जुडता है और मुक्ति से लौटने वाला जीव सृष्टि के मध्य
मे भी प्रकृति से जुडता हे ।
22)
जीवात्मा प्रकृति के बंधन से कब छूटता है ?
उत्तर
:- जब प्रकृति और प्राकृतिक पदार्थों
के प्रति आसक्ति
को समाप्त कर पूर्ण वैराग्य को प्राप्त
कर लेता है अर्थात
राग-द्वेष आदि समस्त क्लेशों को समाधि लगाकर नष्ट कर देता है तब प्रकृति के बंधन से छूट जाता है ।
23)
मानव जीवन को सफल करने हेतु चार पुरुषार्थ कौन कौन से हैं?
उत्तर
:- 1) धर्म 2) अर्थ 3)काम
4)मोक्ष। इन चार पुरुषार्थो को सिद्ध कर लेना मानव जीवन सफल करने का उपाय है ।
24)
जैसे सुख गुण प्रकृति का वैसे ही क्या ज्ञान
गुणभी प्रकृति का है ?
उत्तर
:- नहीं, ज्ञान गुण प्रकृति का नहीं
है अपितु चेतन का है ।
25)
क्या मन रबर की तरहा फैलता सिकुड़ता है?
उत्तर
:- नहीं, मन रबर की तरह फैलता सिकुड़ता नहीं है
।
26)
क्या सत्व रज तम तीनों के बीना केवल दो गुणों से कोई पदार्थ
बन सकता हैं ?
उत्तर
:- सभी पदार्थों में तीन गुण
होते ही है चाहे वे न्यून, अधिक क्यों न हों
। नहीं , मात्र दो गुणों से कोई पदार्थ नहीं बन
सकता ।
27)
भोजन कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर
:- 1) सात्विक 2) राजसिक 3) तामसिक ।
28)
क्या अन्न का प्रभाव मन पर पडता है ?
उत्तर
:- हाँ । सात्विक अन्न खाने से मन शुद्ध होता है, राजसिक अन्न से मन मे चंचलता
आती है और तामसिक अन्न मोह, आलस्य आदि उत्पन्न करता है ।
29)
मानव जीवन को स्वस्थ रखने के मूल आधार स्तंभ
कौन कौन से है ?
उत्तर
:- मानव जीवन स्वस्थ रखने हेतु मूल आधार आहार
, निद्रा और ब्रह्मचर्य का उत्तम
प्रकार से सेवन करना है ।
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